11 सालों में चौथी बार भूटान पहुंचेगे प्रधानमंत्री मोदी, जानें भारत के लिए क्यों खास होने वाला है ये दौरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से भूटान के दो दिवसीय राजकीय दौरे पर रहेंगे. अपने इस दौरे में वे भूटान सरकार द्वारा आयोजित ‘ग्लोबल पीस प्रेयर फेस्टिवल’ में शामिल होंगे, जो विश्व शांति और मानवता के उत्थान के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है. प्रधानमंत्री मोदी को भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक से शाही मुलाकात का अवसर भी मिलेगा. इस मुलाकात के दौरान दोनों नेता मिलकर 1020 मेगावाट की पुनात्सांगछू-II जलविद्युत परियोजना का उद्घाटन करेंगे. यह परियोजना भारत-भूटान ऊर्जा सहयोग की एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है और दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत बनाएगी. प्रधानमंत्री मोदी इस दौरान भूटान के चौथे राजा जिग्मे सिंग्ये वांगचुक के 70वें जन्मोत्सव समारोह में भी शामिल होंगे, जो देश के लिए ऐतिहासिक क्षण माना जा रहा है. पीएम मोदी के भूटान दौरे के क्या हैं मायने पीएम मोदी अपने दौरे के दौरान भूटान के प्रधानमंत्री त्सेरिंग टोबगे से भी द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, जिसमें ऊर्जा, व्यापार, सुरक्षा और सांस्कृतिक सहयोग को और गहरा करने पर चर्चा होगी. भूटान में भगवान बुद्ध के पवित्र पिपरहवा अवशेषों (Sacred Piprahwa Relics) का प्रदर्शन भी इस समय चल रहा है. प्रधानमंत्री मोदी थिम्फू स्थित ताशीछोजोग मठ जाकर इन अवशेषों के दर्शन करेंगे और पूजा-अर्चना में भाग लेंगे. यह भारत और भूटान की साझा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है. भारत के विदेश मंत्रालय ने क्या कहा? भारत के विदेश मंत्रालय का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा दोनों देशों के बीच अनुकरणीय साझेदारी को नई दिशा देगा. दोनों देशों के रिश्ते विश्वास, सद्भावना और परस्पर सम्मान पर आधारित हैं, जो समय के साथ और सशक्त हो रहे हैं. भूटान में भारत के राजदूत संदीप आर्य ने कही ये बात भूटान में भारत के राजदूत संदीप आर्य ने कहा कि यह दौरा बेहद खास है क्योंकि यह ‘ग्लोबल पीस प्रेयर फेस्टिवल’ और चौथे राजा के जन्मोत्सव दोनों महत्वपूर्ण अवसरों के साथ मेल खा रहा है. उन्होंने कहा, “यह पहली बार है जब भूटान में विश्व शांति के लिए इतना बड़ा आयोजन हो रहा है और प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी इसे और खास बनाती है.” भूटान के मंत्री ल्योनपो जेम शेरिंग ने क्या कहा? भूटान के मंत्री ल्योनपो जेम शेरिंग ने बताया कि भारत और भूटान के रिश्ते गहरे सम्मान और समझ पर टिके हैं. उन्होंने कहा, “आज जब दुनिया युद्ध और संघर्षों से जूझ रही है, ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी का शांति प्रार्थना समारोह में शामिल होना हमारे लिए गर्व और प्रेरणा का क्षण है.” ये भी पढ़ें- 'मैं ट्रंप से नहीं डरता', रूस से जंग के बीच जेलेंस्की का भड़काऊ बयान; ब्रिटेन-फ्रांस को बताया डरपोक!

11 सालों में चौथी बार भूटान पहुंचेगे प्रधानमंत्री मोदी, जानें भारत के लिए क्यों खास होने वाला है ये दौरा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से भूटान के दो दिवसीय राजकीय दौरे पर रहेंगे. अपने इस दौरे में वे भूटान सरकार द्वारा आयोजित ‘ग्लोबल पीस प्रेयर फेस्टिवल’ में शामिल होंगे, जो विश्व शांति और मानवता के उत्थान के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है. प्रधानमंत्री मोदी को भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्येल वांगचुक से शाही मुलाकात का अवसर भी मिलेगा.

इस मुलाकात के दौरान दोनों नेता मिलकर 1020 मेगावाट की पुनात्सांगछू-II जलविद्युत परियोजना का उद्घाटन करेंगे. यह परियोजना भारत-भूटान ऊर्जा सहयोग की एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है और दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत बनाएगी. प्रधानमंत्री मोदी इस दौरान भूटान के चौथे राजा जिग्मे सिंग्ये वांगचुक के 70वें जन्मोत्सव समारोह में भी शामिल होंगे, जो देश के लिए ऐतिहासिक क्षण माना जा रहा है.

पीएम मोदी के भूटान दौरे के क्या हैं मायने

पीएम मोदी अपने दौरे के दौरान भूटान के प्रधानमंत्री त्सेरिंग टोबगे से भी द्विपक्षीय वार्ता करेंगे, जिसमें ऊर्जा, व्यापार, सुरक्षा और सांस्कृतिक सहयोग को और गहरा करने पर चर्चा होगी. भूटान में भगवान बुद्ध के पवित्र पिपरहवा अवशेषों (Sacred Piprahwa Relics) का प्रदर्शन भी इस समय चल रहा है. प्रधानमंत्री मोदी थिम्फू स्थित ताशीछोजोग मठ जाकर इन अवशेषों के दर्शन करेंगे और पूजा-अर्चना में भाग लेंगे. यह भारत और भूटान की साझा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है.

भारत के विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?

भारत के विदेश मंत्रालय का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा दोनों देशों के बीच अनुकरणीय साझेदारी को नई दिशा देगा. दोनों देशों के रिश्ते विश्वास, सद्भावना और परस्पर सम्मान पर आधारित हैं, जो समय के साथ और सशक्त हो रहे हैं.

भूटान में भारत के राजदूत संदीप आर्य ने कही ये बात

भूटान में भारत के राजदूत संदीप आर्य ने कहा कि यह दौरा बेहद खास है क्योंकि यह ‘ग्लोबल पीस प्रेयर फेस्टिवल’ और चौथे राजा के जन्मोत्सव दोनों महत्वपूर्ण अवसरों के साथ मेल खा रहा है. उन्होंने कहा, “यह पहली बार है जब भूटान में विश्व शांति के लिए इतना बड़ा आयोजन हो रहा है और प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी इसे और खास बनाती है.”

भूटान के मंत्री ल्योनपो जेम शेरिंग ने क्या कहा?

भूटान के मंत्री ल्योनपो जेम शेरिंग ने बताया कि भारत और भूटान के रिश्ते गहरे सम्मान और समझ पर टिके हैं. उन्होंने कहा, “आज जब दुनिया युद्ध और संघर्षों से जूझ रही है, ऐसे में प्रधानमंत्री मोदी का शांति प्रार्थना समारोह में शामिल होना हमारे लिए गर्व और प्रेरणा का क्षण है.”

ये भी पढ़ें-

'मैं ट्रंप से नहीं डरता', रूस से जंग के बीच जेलेंस्की का भड़काऊ बयान; ब्रिटेन-फ्रांस को बताया डरपोक!