नासिक के इगतपुरी में सीबीआई का बड़ा खुलासा !
महाराष्ट्र के नासिक इगतपुरी से एक घोटाले का मामला सामने आ रहा है , आपको बता दें कि बीतें एक दिन पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो ( सीबीआई ) ने अवैध रूप से ग्लोबल कॉल सेंटर चलाने वाले व्यक्तियों का भंडाफोड़ा, जिसमे बताया जा रहा है कि बैंक अधिकारियों का भी नाम सामने आया है.

Maharashtra : महाराष्ट्र के नासिक इगतपुरी से एक घोटाले का मामला सामने आ रहा है , आपको बता दें कि बीतें एक दिन पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने अवैध रूप से ग्लोबल कॉल सेंटर चलाने वाले व्यक्तियों का भंडाफोड़ा, जिसमे बताया जा रहा है कि बैंक अधिकारियों का भी नाम सामने आया है. सूत्रों के मुताबिक पांच साइबर ठगों को गिरफ्तार किया गया , यही नहीं इनके पास से 71 मोबाइल फोन, एक करोड़ रुपये की लग्जरी कार, 44 लैपटाप, वहीं 500 ग्राम सोना और यहाँ तक 1.20 करोड़ की नकदी सीबीआई द्वारा बरामद की गई.
बताया जा रहा है कि अवैध इंटरनेशनल कॉल सेंटर जो चलाया जा रहा है वह एक रिजार्ट से संचालित किया गया है , यही नहीं सीबीआई सूत्रों का भी कहना है कि इगतपुरी इलाके में रेनफारेस्ट रिजार्ट में अवैध कॉले सेंटर संचालित होने की सूचना मिली थी और यहां तक ठगी मामले में छह लोगों के खिलाफ केस दर्ज भी किया गया है, जिसमें बैंक अधिकारी भी शामिल हैं.
दूसरी तरफ़ अगर बात करें साइबर ठगों कि तो वे लोगों पर कई आरोप भी लगे हैं जैसे ये अमेरिका और कनाडा के नागरिकों से साइबर ठगी करते थे और एफआईआर में दर्ज किए गए मामलों के मुताबिक भी आरोपियों ने एक-दूसरे साथ ही नहीं बल्कि कई और लोगों के साथ ऐसा किया. उसके बाद इन्होंने अमेजन सपोर्ट सर्विसेज कॉल सेंटर के रूप में एक फ़र्ज़ी कॉल सेंटर सेफिशिंग या भ्रामक कॉले के जरिये कई लोगों के साथ धोखाधड़ी की.
हालाकि साइबर ठगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, हम अगर आरोपियों कि नाम बताए तो अभय राज , विशाल यादव, दुर्गेश , समीर उर्फ सोहेल और शहबाज इस मामले के भागीदारी हैं. यहां तक इनके कॉलिंग सेंटर में कुल 60 ऑपरेटर सिस्टम है, जिससे वे लोग काम किया करते हैं. यही नहीं अधिकारियों के अनुसार ये लोग निर्दोष लोगों को अपने जाल में फंसाकर गिफ्ट कार्ड और क्रिप्टोकरेंसी का झांसा देकर उनसे बहुत से रकम लूटते थे.