कुर्नूल बस हादसा: ड्राइवर के फर्जी लाइसेंस और शराबी बाइक ड्राइवर ने छीनीं 20 जिंदगियां

आंध्र प्रदेश के कुर्नूल जिले में हुई भयावह बस दुर्घटना, जिसमें 20 निर्दोष लोगों की जान चली गई, ने सड़क सुरक्षा प्रणाली की खामियों को उजागर किया है. जांच में सामने आया है कि बस का चालक मिरियाला लक्ष्मैया ने फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्र के आधार पर भारी वाहन चलाने का लाइसेंस हासिल किया था. लक्ष्मैया, जो सिर्फ कक्षा 5 तक पढ़ा था, ने कक्षा 10 के फर्जी प्रमाण पत्र के जरिए लाइसेंस हासिल किया. लाइसेंसिंग नियमों के तहत, परिवहन वाहन चलाने के लिए कक्षा 8 तक की पढ़ाई अनिवार्य है, लेकिन कई मामलों में इन नियमों का उल्लंघन किया जाता है. इस घटना से यह स्पष्ट हुआ है कि रोड सेफ्टी में घोटाला और फर्जी दस्तावेजों का उपयोग, किसी बड़ी त्रासदी का कारण बन सकते हैं. बस चालक मिरियाला लक्ष्मैया गिरफ्तार यह हादसा तब हुआ जब लक्ष्मैया ने अपनी डबल-डेकर बस को चलाते हुए एक नशे में बाइक चला रहे व्यक्ति की बाइक को टक्कर मार दी, जिससे बस में आग लग गई और 20 लोग अपनी जान गंवा बैठे. पुलिस ने चालक मिरियाला लक्ष्मैया को गिरफ्तार कर लिया है और इस मामले की जांच जारी है. क्या है बस हादसे की पूरी घटना बता दें कि शुक्रवार (24 अक्टूबर, 2025) की देर रात कुर्नूल में एक बाइक पर सवार दो लोग दुर्घटनाग्रस्त हो गए. इस दुर्घटना में शिव शंकर की दुर्घटना में मृत्यु हो गई. दूसरे चालक एर्री स्वामी ने बाइक सड़क के बीच में ही खड़ी कर दी और शिव शंकर के शरीर को सड़क से खींचा, तब जाकर उसे पता चला कि शिव की मौत हो चुकी है. इससे पहले कि वह बाइक को सड़क से हटा पाता, तेज रफ्तार से आती बस ने बाइक को टक्कर मार दी और कुछ दूरी तक घसीटता चला गया. इस दौरान बाइक से पेट्रोल लीक होने लगा और बाइक सहित बस में आग लग गई. हादसे में 19 यात्री जिंदा जल गए, जबकि अन्य आपातकालीन खिड़की से बच निकलने में कामयाब रहे. फोरेंसिक जांच में बाइक चालकों के नशे में होने की पुष्टि वहीं कुर्नूल रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक (DIG) कोया प्रवीण ने बताया कि फोरेंसिक जांच से पुष्टि हुई है कि मोटरसाइकिल पर सवार दोनों व्यक्ति (शिव शंकर और एरी स्वामी) नशे में थे. हालांकि पुलिस को पहले से शक था कि दोनों नशे की हालत में थे, लेकिन उसने इसकी पुष्टि नहीं की थी, क्योंकि वह फोरेंसिक साक्ष्यों का इंतजार कर रही थी. DIG ने शनिवार (25 अक्टूबर, 2025) की रात बताया कि दोनों ने एक ढाबे पर खाना खाया था और स्वामी ने शराब पीने की बात स्वीकार की है. पुलिस के अनुसार, शिव शंकर देर रात करीब दो बजे लक्ष्मीपुरम गांव से स्वामी को तुग्गली गांव छोड़ने के लिए निकला था. ये भी पढ़ें:- शराबी बाइकर की लापरवाह ड्राइविंग बनी कुर्नूल बस हादसे की वजह, पुलिस ने किया खुलासा

कुर्नूल बस हादसा: ड्राइवर के फर्जी लाइसेंस और शराबी बाइक ड्राइवर ने छीनीं 20 जिंदगियां

आंध्र प्रदेश के कुर्नूल जिले में हुई भयावह बस दुर्घटना, जिसमें 20 निर्दोष लोगों की जान चली गई, ने सड़क सुरक्षा प्रणाली की खामियों को उजागर किया है. जांच में सामने आया है कि बस का चालक मिरियाला लक्ष्मैया ने फर्जी शैक्षणिक प्रमाण पत्र के आधार पर भारी वाहन चलाने का लाइसेंस हासिल किया था. लक्ष्मैया, जो सिर्फ कक्षा 5 तक पढ़ा था, ने कक्षा 10 के फर्जी प्रमाण पत्र के जरिए लाइसेंस हासिल किया.

लाइसेंसिंग नियमों के तहत, परिवहन वाहन चलाने के लिए कक्षा 8 तक की पढ़ाई अनिवार्य है, लेकिन कई मामलों में इन नियमों का उल्लंघन किया जाता है. इस घटना से यह स्पष्ट हुआ है कि रोड सेफ्टी में घोटाला और फर्जी दस्तावेजों का उपयोग, किसी बड़ी त्रासदी का कारण बन सकते हैं.

बस चालक मिरियाला लक्ष्मैया गिरफ्तार

यह हादसा तब हुआ जब लक्ष्मैया ने अपनी डबल-डेकर बस को चलाते हुए एक नशे में बाइक चला रहे व्यक्ति की बाइक को टक्कर मार दी, जिससे बस में आग लग गई और 20 लोग अपनी जान गंवा बैठे. पुलिस ने चालक मिरियाला लक्ष्मैया को गिरफ्तार कर लिया है और इस मामले की जांच जारी है.

क्या है बस हादसे की पूरी घटना

बता दें कि शुक्रवार (24 अक्टूबर, 2025) की देर रात कुर्नूल में एक बाइक पर सवार दो लोग दुर्घटनाग्रस्त हो गए. इस दुर्घटना में शिव शंकर की दुर्घटना में मृत्यु हो गई. दूसरे चालक एर्री स्वामी ने बाइक सड़क के बीच में ही खड़ी कर दी और शिव शंकर के शरीर को सड़क से खींचा, तब जाकर उसे पता चला कि शिव की मौत हो चुकी है.

इससे पहले कि वह बाइक को सड़क से हटा पाता, तेज रफ्तार से आती बस ने बाइक को टक्कर मार दी और कुछ दूरी तक घसीटता चला गया. इस दौरान बाइक से पेट्रोल लीक होने लगा और बाइक सहित बस में आग लग गई. हादसे में 19 यात्री जिंदा जल गए, जबकि अन्य आपातकालीन खिड़की से बच निकलने में कामयाब रहे.

फोरेंसिक जांच में बाइक चालकों के नशे में होने की पुष्टि

वहीं कुर्नूल रेंज के पुलिस उप महानिरीक्षक (DIG) कोया प्रवीण ने बताया कि फोरेंसिक जांच से पुष्टि हुई है कि मोटरसाइकिल पर सवार दोनों व्यक्ति (शिव शंकर और एरी स्वामी) नशे में थे. हालांकि पुलिस को पहले से शक था कि दोनों नशे की हालत में थे, लेकिन उसने इसकी पुष्टि नहीं की थी, क्योंकि वह फोरेंसिक साक्ष्यों का इंतजार कर रही थी.

DIG ने शनिवार (25 अक्टूबर, 2025) की रात बताया कि दोनों ने एक ढाबे पर खाना खाया था और स्वामी ने शराब पीने की बात स्वीकार की है. पुलिस के अनुसार, शिव शंकर देर रात करीब दो बजे लक्ष्मीपुरम गांव से स्वामी को तुग्गली गांव छोड़ने के लिए निकला था.

ये भी पढ़ें:- शराबी बाइकर की लापरवाह ड्राइविंग बनी कुर्नूल बस हादसे की वजह, पुलिस ने किया खुलासा