'अपने ही दल में कुछ लोग मुझे..,', विवादों के बीच गृह राज्यमंत्री योगेश कदम का बड़ा बयान
पुणे के व्यापारी सचिन घायवाल को हथियार का लाइसेंस देने की सिफारिश के विवाद और विपक्ष के लगातार हमलों के बीच योगेश कदम ने X पर एक लंबा पोस्ट जारी किया. विपक्ष का आरोप है कि कदम ने एक ऐसे व्यक्ति के लिए सिफारिश की, जिसके परिवार पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. पोस्ट के जरिए महाराष्ट्र के गृह राज्यमंत्री योगेश कदम ने बड़े आरोप लगाते हुए कहा- 'मेरे ही दल के कुछ लोग मेरी राजनीतिक यात्रा खत्म करने में लगे हैं.' यह विवाद अब राज्य की राजनीति में बड़ा मुद्दा बन गया है, जहां विपक्ष सरकार और मंत्री दोनों पर हमलावर है. विरोधियों की साजिशें भी बढ़ गईं- योगेश कदम कदम ने अपने पोस्ट में लिखा कि 2019 से ही कुछ लोग उनकी राजनीतिक यात्रा समाप्त करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 'सच्चे शिवसैनिकों के समर्थन से मैं लगातार चुनाव जीतता आया हूं, लेकिन सत्ता में आने के बाद जनता की अपेक्षाओं के साथ-साथ विरोधियों की साजिशें भी बढ़ गईं. जिन लोगों को हमने हराया था, उन्हें ताकत देने का काम मेरे ही कुछ सहयोगियों ने किया. अपने ही दल में कुछ लोग मुझे समाप्त करने की कोशिश तब से कर रहे हैं.' उन्होंने यह भी जोड़ा कि राजनीति में हर जीत के बाद उनके खिलाफ नई कहानियां गढ़ी जाती हैं. मेरे परिवार को भी राजनीति की गंदी साजिश में घसीटा गया- योगेश कदम अपने पोस्ट में मंत्री कदम ने लिखा कि '2024 के चुनाव में राजनीति की मर्यादा इतनी गिर गई कि मेरे परिवार को भी निजी लाभ के लिए इस्तेमाल किया गया. समाज, पैसा और जाति के नाम पर मुझे हराने की साजिश रची गई. मेरे निजी जीवन में हस्तक्षेप कर मेरी छवि खराब करने की कोशिश की गई.' उन्होंने आगे कहा कि जनता ने दूसरी बार भी उन पर भरोसा जताया और वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें मंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी. “जिन्हें मुझे विधायक के रूप में देखना मंजूर नहीं था, उनके लिए मेरा मंत्री बनना असहनीय हो गया.” कदम ने आगे लिखा कि पिछले 6 सालों में किसी ने भी उन पर अपराधी या भ्रष्ट प्रवृत्ति के समर्थन का आरोप नहीं लगाया, लेकिन कुछ चुनिंदा लोग अब उनकी छवि धूमिल करने में लगे हैं. उन्होंने कहा, “दूसरों की छवि खराब करने के चक्कर में राजनीति से कोई संबंध न रखने वाली मेरी मां को भी इस गंदी राजनीति में घसीटा गया, जो नीचता की पराकाष्ठा है.” पोस्ट के अंत में उन्होंने कहा कि “राजनीति में हर बात का सामना करना पड़ता है, लेकिन मैं कभी विचलित नहीं हुआ और आगे भी नहीं होऊंगा. मैं अपनी जिम्मेदारी और कर्तव्य पूरी ईमानदारी से निभा रहा हूं और निभाता रहूंगा.” अंत में कदम ने लिखा- “छोटी-मोटी आँधियाँ उठती हैं तो क्या हुआ, पर्वत कभी नहीं हिलते.'

पुणे के व्यापारी सचिन घायवाल को हथियार का लाइसेंस देने की सिफारिश के विवाद और विपक्ष के लगातार हमलों के बीच योगेश कदम ने X पर एक लंबा पोस्ट जारी किया. विपक्ष का आरोप है कि कदम ने एक ऐसे व्यक्ति के लिए सिफारिश की, जिसके परिवार पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.
पोस्ट के जरिए महाराष्ट्र के गृह राज्यमंत्री योगेश कदम ने बड़े आरोप लगाते हुए कहा- 'मेरे ही दल के कुछ लोग मेरी राजनीतिक यात्रा खत्म करने में लगे हैं.' यह विवाद अब राज्य की राजनीति में बड़ा मुद्दा बन गया है, जहां विपक्ष सरकार और मंत्री दोनों पर हमलावर है.
विरोधियों की साजिशें भी बढ़ गईं- योगेश कदम
कदम ने अपने पोस्ट में लिखा कि 2019 से ही कुछ लोग उनकी राजनीतिक यात्रा समाप्त करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 'सच्चे शिवसैनिकों के समर्थन से मैं लगातार चुनाव जीतता आया हूं, लेकिन सत्ता में आने के बाद जनता की अपेक्षाओं के साथ-साथ विरोधियों की साजिशें भी बढ़ गईं. जिन लोगों को हमने हराया था, उन्हें ताकत देने का काम मेरे ही कुछ सहयोगियों ने किया. अपने ही दल में कुछ लोग मुझे समाप्त करने की कोशिश तब से कर रहे हैं.' उन्होंने यह भी जोड़ा कि राजनीति में हर जीत के बाद उनके खिलाफ नई कहानियां गढ़ी जाती हैं.
मेरे परिवार को भी राजनीति की गंदी साजिश में घसीटा गया- योगेश कदम
अपने पोस्ट में मंत्री कदम ने लिखा कि '2024 के चुनाव में राजनीति की मर्यादा इतनी गिर गई कि मेरे परिवार को भी निजी लाभ के लिए इस्तेमाल किया गया. समाज, पैसा और जाति के नाम पर मुझे हराने की साजिश रची गई. मेरे निजी जीवन में हस्तक्षेप कर मेरी छवि खराब करने की कोशिश की गई.'
उन्होंने आगे कहा कि जनता ने दूसरी बार भी उन पर भरोसा जताया और वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें मंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी. “जिन्हें मुझे विधायक के रूप में देखना मंजूर नहीं था, उनके लिए मेरा मंत्री बनना असहनीय हो गया.”
कदम ने आगे लिखा कि पिछले 6 सालों में किसी ने भी उन पर अपराधी या भ्रष्ट प्रवृत्ति के समर्थन का आरोप नहीं लगाया, लेकिन कुछ चुनिंदा लोग अब उनकी छवि धूमिल करने में लगे हैं. उन्होंने कहा, “दूसरों की छवि खराब करने के चक्कर में राजनीति से कोई संबंध न रखने वाली मेरी मां को भी इस गंदी राजनीति में घसीटा गया, जो नीचता की पराकाष्ठा है.”
पोस्ट के अंत में उन्होंने कहा कि “राजनीति में हर बात का सामना करना पड़ता है, लेकिन मैं कभी विचलित नहीं हुआ और आगे भी नहीं होऊंगा. मैं अपनी जिम्मेदारी और कर्तव्य पूरी ईमानदारी से निभा रहा हूं और निभाता रहूंगा.” अंत में कदम ने लिखा- “छोटी-मोटी आँधियाँ उठती हैं तो क्या हुआ, पर्वत कभी नहीं हिलते.'