निकाय चुनाव से पहले राज ठाकरे का मास्टरस्ट्रोक? उद्धव ठाकरे संग सियासी समीकरण पर नजर

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) अध्यक्ष राज ठाकरे ने आज (3 अक्टूबर) एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है. यह बैठक लगभग सुबह 11 बजे शिवतीर्थ में आयोजित की जाएगी और इसमें मुख्य रूप से मुंबई शहराध्यक्ष और उपाध्यक्ष शामिल होंगे.  बताया जा रहा है कि इस बैठक का मुख्य एजेंडा आगामी मुंबई महानगरपालिका चुनाव को लेकर रणनीति तय करना है. महाराष्ट्र में निकाय चुनाव और बीएमसी के चुनाव को लेकर राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं, ऐसे में राज ठाकरे की यह बैठक कई मायनों में महत्वपूर्ण मानी जा रही है. MNS के साथ गठबंधन पर शिवसेना UBT का जवाब बीते दिन, 2 अक्टूबर को दशहरा रैली के दौरान शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा कि लोगों के मन में यह सवाल है कि उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे साथ आएंगे या नहीं, लेकिन उन्होंने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि हम साथ हैं और साथ रहेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि मराठी और हिंदुत्व के मुद्दों पर BJP को MNS के एजेंडे में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए. उद्धव ठाकरे ने 2014 में शुरू हुई “चाय पर चर्चा” का उदाहरण देते हुए भ्रष्टाचार पर चर्चा करने पर जोर दिया. गठबंधन पर क्या फैसला लेंगे राज ठाकरे? अब सबकी नजरें राज ठाकरे के निर्णय पर टिकी हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि बैठक में मुंबई महानगरपालिका चुनाव में गठबंधन या उम्मीदवारों के नाम तय हो सकते हैं. राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि MNS की रणनीति से बीएमसी चुनाव की दिशा और परिणाम प्रभावित हो सकते हैं. यह बैठक यह भी साफ करेगी कि MNS आगामी चुनाव में किस राजनीतिक गठबंधन को प्राथमिकता देगी और कैसे अपनी स्थिति को मजबूत बनाएगी. राज ठाकरे की बैठक के बाद मुंबई और महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल बढ़ सकती है. अगर MNS किसी बड़े कदम का ऐलान करती है तो यह चुनावी समीकरण बदल सकता है. बीएमसी चुनाव के अलावा, यह बैठक MNS के राजनीतिक इरादों और रणनीति का स्पष्ट संकेत देगी और आगामी चुनाव में मनसे की स्थिति को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभा सकती है.

निकाय चुनाव से पहले राज ठाकरे का मास्टरस्ट्रोक? उद्धव ठाकरे संग सियासी समीकरण पर नजर

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) अध्यक्ष राज ठाकरे ने आज (3 अक्टूबर) एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई है. यह बैठक लगभग सुबह 11 बजे शिवतीर्थ में आयोजित की जाएगी और इसमें मुख्य रूप से मुंबई शहराध्यक्ष और उपाध्यक्ष शामिल होंगे. 

बताया जा रहा है कि इस बैठक का मुख्य एजेंडा आगामी मुंबई महानगरपालिका चुनाव को लेकर रणनीति तय करना है. महाराष्ट्र में निकाय चुनाव और बीएमसी के चुनाव को लेकर राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं, ऐसे में राज ठाकरे की यह बैठक कई मायनों में महत्वपूर्ण मानी जा रही है.

MNS के साथ गठबंधन पर शिवसेना UBT का जवाब

बीते दिन, 2 अक्टूबर को दशहरा रैली के दौरान शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने गठबंधन को लेकर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने कहा कि लोगों के मन में यह सवाल है कि उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे साथ आएंगे या नहीं, लेकिन उन्होंने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि हम साथ हैं और साथ रहेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि मराठी और हिंदुत्व के मुद्दों पर BJP को MNS के एजेंडे में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए. उद्धव ठाकरे ने 2014 में शुरू हुई “चाय पर चर्चा” का उदाहरण देते हुए भ्रष्टाचार पर चर्चा करने पर जोर दिया.

गठबंधन पर क्या फैसला लेंगे राज ठाकरे?

अब सबकी नजरें राज ठाकरे के निर्णय पर टिकी हैं. कयास लगाए जा रहे हैं कि बैठक में मुंबई महानगरपालिका चुनाव में गठबंधन या उम्मीदवारों के नाम तय हो सकते हैं. राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि MNS की रणनीति से बीएमसी चुनाव की दिशा और परिणाम प्रभावित हो सकते हैं. यह बैठक यह भी साफ करेगी कि MNS आगामी चुनाव में किस राजनीतिक गठबंधन को प्राथमिकता देगी और कैसे अपनी स्थिति को मजबूत बनाएगी.

राज ठाकरे की बैठक के बाद मुंबई और महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल बढ़ सकती है. अगर MNS किसी बड़े कदम का ऐलान करती है तो यह चुनावी समीकरण बदल सकता है. बीएमसी चुनाव के अलावा, यह बैठक MNS के राजनीतिक इरादों और रणनीति का स्पष्ट संकेत देगी और आगामी चुनाव में मनसे की स्थिति को मजबूत बनाने में अहम भूमिका निभा सकती है.