मुंबई: एक्टर निकिता घाघ पर बंदूक की नोक पर 10 लाख ठगने का आरोप, साथी विवेक जगताप समेत गिरोह पर केस
मुंबई में एक्टर निकिता घाघ पर आरोप है कि उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर एक शिकायतकर्ता के ऑफिस में घुसपैठ की. साथ ही बंदूक व चाकू की नोक पर धमकाकर 10 लाख रुपये वसूले. इस घटना ने न केवल मुंबई फिल्म इंडस्ट्री बल्कि पुलिस महकमे को भी हिला दिया है. पीड़ित ने पुलिस को बताया कि उनकी पहचान करीब चार–पांच महीने पहले डायरेक्टर दिनेश सुदर्शन के जरिए निकिता से हुई थी. निकिता ने उनसे एक एल्बम में काम करने की इच्छा जताई और दावा किया कि उनके पास एक इन्वेस्टर है. शर्त यह थी कि उन्हें लीड रोल दिया जाए. जब शिकायतकर्ता ने इनकार किया, तब भी निकिता लगातार मुलाकात करने और इन्वेस्टर से मिलवाने पर जोर देती रहीं. क्या है पूरा मामला? 14 अगस्त 2025 की शाम करीब 4:45 बजे शिकायतकर्ता अपने ऑफिस में मौजूद थे. उस समय आर्टिस्ट आरती नागपाल और कुछ अन्य फिल्मी हस्तियां भी ऑफिस में थीं. करीब 5:30 बजे निकिता पांच–छह अनजान लोगों के साथ ऑफिस पहुंचीं. इनमें एक शख्स ने खुद को विवेक जगताप बताया, जिसे सभी 'दादा' कहकर बुला रहे थे. आरोप है कि वे सभी केबिन में जबरन घुसे, गालियां दीं और शिकायतकर्ता के दोस्तों को बाहर निकाल दिया. हथियारों से धमकी और फिरौती शिकायतकर्ता के अनुसार, आरोपियों ने 25 लाख रुपये की मांग की और उनके दोनों मोबाइल फोन छीन लिए. विवेक जगताप ने पिस्तौल दिखाकर जान से मारने की धमकी दी, जबकि एक अन्य आरोपी ने चाकू लहराया. निकिता ने भी चेतावनी दी कि मीडिया बुलाकर बदनाम कर देंगी. तीन घंटे तक शिकायतकर्ता को ऑफिस में बंधक बनाकर रखा गया. पैसे न मिलने पर आरोपियों ने शिकायतकर्ता को उनके बैंक ऐप में लॉगिन करने पर मजबूर किया. आरोप है कि उन्होंने नया बेनिफिशियरी जोड़वाया और ओटीपी का इस्तेमाल कर आईसीआईसीआई बैंक खाते से 10 लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए. रात 10:18 बजे यह लेन-देन पूरा हुआ. इसके बाद निकिता ने दबाव डालकर एक ईमेल भी लिखवाया, जिसमें रकम को उनकी 'एक्टिंग फीस (एडवांस)' बताया गया. निकिता ने स्टाफ को भी धमकाया इस दौरान शिकायतकर्ता के स्टाफ को भी डराया-धमकाया गया और कहा गया कि वे अब ऑफिस में काम करने न आएं. पैसे मिल जाने के बाद आरोपी धीरे-धीरे वहां से निकल गए. जाते-जाते निकिता और विवेक ने चेतावनी दी कि अगर घटना की जानकारी किसी को दी गई तो गंभीर अंजाम भुगतने होंगे. मामले की जांच में जुटी पुलिस पीड़ित ने आरोपियों का विस्तृत विवरण पुलिस को दिया है. विवेक जगताप को 35–40 वर्ष का गठीला, सांवला और हिंदी-मराठी बोलने वाला बताया गया है. वहीं, चाकू दिखाने वाला व्यक्ति 30–35 वर्ष का, दाढ़ी वाला और सफेद शर्ट पहने हुए था. अन्य लोग मध्यम कद-काठी के और 25–30 वर्ष के बीच बताए गए हैं. फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. यह घटना फिल्म इंडस्ट्री में सुरक्षा और विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है.

मुंबई में एक्टर निकिता घाघ पर आरोप है कि उन्होंने अपने साथियों के साथ मिलकर एक शिकायतकर्ता के ऑफिस में घुसपैठ की. साथ ही बंदूक व चाकू की नोक पर धमकाकर 10 लाख रुपये वसूले. इस घटना ने न केवल मुंबई फिल्म इंडस्ट्री बल्कि पुलिस महकमे को भी हिला दिया है.
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि उनकी पहचान करीब चार–पांच महीने पहले डायरेक्टर दिनेश सुदर्शन के जरिए निकिता से हुई थी. निकिता ने उनसे एक एल्बम में काम करने की इच्छा जताई और दावा किया कि उनके पास एक इन्वेस्टर है. शर्त यह थी कि उन्हें लीड रोल दिया जाए. जब शिकायतकर्ता ने इनकार किया, तब भी निकिता लगातार मुलाकात करने और इन्वेस्टर से मिलवाने पर जोर देती रहीं.
क्या है पूरा मामला?
14 अगस्त 2025 की शाम करीब 4:45 बजे शिकायतकर्ता अपने ऑफिस में मौजूद थे. उस समय आर्टिस्ट आरती नागपाल और कुछ अन्य फिल्मी हस्तियां भी ऑफिस में थीं. करीब 5:30 बजे निकिता पांच–छह अनजान लोगों के साथ ऑफिस पहुंचीं. इनमें एक शख्स ने खुद को विवेक जगताप बताया, जिसे सभी 'दादा' कहकर बुला रहे थे. आरोप है कि वे सभी केबिन में जबरन घुसे, गालियां दीं और शिकायतकर्ता के दोस्तों को बाहर निकाल दिया.
हथियारों से धमकी और फिरौती
शिकायतकर्ता के अनुसार, आरोपियों ने 25 लाख रुपये की मांग की और उनके दोनों मोबाइल फोन छीन लिए. विवेक जगताप ने पिस्तौल दिखाकर जान से मारने की धमकी दी, जबकि एक अन्य आरोपी ने चाकू लहराया. निकिता ने भी चेतावनी दी कि मीडिया बुलाकर बदनाम कर देंगी. तीन घंटे तक शिकायतकर्ता को ऑफिस में बंधक बनाकर रखा गया.
पैसे न मिलने पर आरोपियों ने शिकायतकर्ता को उनके बैंक ऐप में लॉगिन करने पर मजबूर किया. आरोप है कि उन्होंने नया बेनिफिशियरी जोड़वाया और ओटीपी का इस्तेमाल कर आईसीआईसीआई बैंक खाते से 10 लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए. रात 10:18 बजे यह लेन-देन पूरा हुआ. इसके बाद निकिता ने दबाव डालकर एक ईमेल भी लिखवाया, जिसमें रकम को उनकी 'एक्टिंग फीस (एडवांस)' बताया गया.
निकिता ने स्टाफ को भी धमकाया
इस दौरान शिकायतकर्ता के स्टाफ को भी डराया-धमकाया गया और कहा गया कि वे अब ऑफिस में काम करने न आएं. पैसे मिल जाने के बाद आरोपी धीरे-धीरे वहां से निकल गए. जाते-जाते निकिता और विवेक ने चेतावनी दी कि अगर घटना की जानकारी किसी को दी गई तो गंभीर अंजाम भुगतने होंगे.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
पीड़ित ने आरोपियों का विस्तृत विवरण पुलिस को दिया है. विवेक जगताप को 35–40 वर्ष का गठीला, सांवला और हिंदी-मराठी बोलने वाला बताया गया है. वहीं, चाकू दिखाने वाला व्यक्ति 30–35 वर्ष का, दाढ़ी वाला और सफेद शर्ट पहने हुए था. अन्य लोग मध्यम कद-काठी के और 25–30 वर्ष के बीच बताए गए हैं.
फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. यह घटना फिल्म इंडस्ट्री में सुरक्षा और विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है.