Lok Sabha Election 2024: महाराष्ट्र के सर्वे में 'इंडिया' गठबंधन सबसे आगे

महाराष्ट्र की राजनीति इस वक्त गरमाई हुई है. चुनाव आयोग ने अपने फैसले में अजित पवार समूह को असली NCP का दर्जा दिया है. इस फैसले से शरद पवार को बड़ा झटका लगा है. लेकिन शरद समूह को उनकी पार्टी के लिए एक नया नाम तो मिल गया है फिर भी शरद पवार जिस पार्टी के लिए जाने जाते थे उनकी अपनी बनाई हुई पार्टी उनके हाथों से चली गई है.

Lok Sabha Election 2024: महाराष्ट्र के सर्वे में 'इंडिया' गठबंधन सबसे आगे
Lok Sabha Election 2024: 'India' alliance ahead in Maharashtra survey

Lok Sabha Election 2024: महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव के लिए सब पार्टियां जोर शोर से तैयारी में लगी है. इस बीच लोकसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र में कौन सा समूह किसपर भारी है, किसे कितनी सीटें मिलने का अनुमान है ये पता लगाने के लिए इंडिया टुडे ने एक सर्वे कराया है. ये सर्वे सी-वोटर ने किया है. सर्वे में दावा किया गया है कि महाराष्ट्र में 'इंडिया' गठबंधन NDA से आगे निकल सकता है.

महाराष्ट्र में किस पार्टी को कितनी सीटें मिलने का अनुमान?

महाराष्ट्र में NDA को 40 % वोट मिलने की संभावना है वहीं 'इंडिया' गठबंधन को 45 % वोट मिलने का अनुमान है. अन्य को 15 % वोट शेयर मिलने का अनुमान है. अगर सीटों की बात करें तो महाराष्ट्र में 48 लोकसभा सीटें हैं. और राज्य में NDA को 22 सीटें मिलने का अनुमान है जबकि 'इंडिया' गठबंधन को 26 सीटें मिल सकती है.

महाराष्ट्र की राजनीति की हवा कैसी है?

महाराष्ट्र की राजनीति इस वक्त गरमाई हुई है. चुनाव आयोग ने अपने फैसले में अजित पवार समूह को असली NCP का दर्जा दिया है. इस फैसले से शरद पवार को बड़ा झटका लगा है. लेकिन शरद समूह को उनकी पार्टी के लिए एक नया नाम तो मिल गया है फिर भी शरद पवार जिस पार्टी के लिए जाने जाते थे उनकी अपनी बनाई हुई पार्टी उनके हाथों से चली गई है. इससे पहले उद्धव समूह को भी बड़ा झटका लगा था जब विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर ने शिवसेना विधायकों की अयोग्यता मामले में अपना फैसला CM एकनाथ समूह के पक्ष में सुनाया था. एकनाथ शिंदे समूह के पास पहले से ही शिवसेना नाम और चुनाव चिन्ह है. 

महाराष्ट्र में कांग्रेस को भी एक के बाद एक झटका लगा है. पहले दिग्गज कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने पार्टी से इस्तीफा दिया इसके बाद कई सालों से कांग्रेस के साथ रहे बाबा सिद्दीकी ने भी पार्टी से नाता तोड़ लिया और अजित पवार की NCP में शामिल हो गए. अब इस फैसले से NCP के बंटवारे से, शिवसेना में फूट का आनेवाला 2024 लोकसभा चुनाव पर क्या असर पड़ता है ये तो आने वाले वक्त में ही पता चलेगा.