तेलंगाना, ओडिशा, MP और महाराष्ट्र के किसानों को शिवराज सिंह चौहान की सौगात, 15,000 करोड़ की योजनाओं को दी मंजूरी
केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार (27 अक्टूबर, 2025) को खरीफ सीजन 2025–26 के लिए तेलंगाना, ओडिशा, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में दालों और तिलहनों की खरीदी योजनाओं को मंजूरी दी है. इन राज्यों के लिए स्वीकृत कुल खरीद राशि 15,095.83 करोड़ रुपये है, जिससे संबंधित राज्यों के लाखों किसानों को व्यापक लाभ मिलेगा. इन राज्यों के कृषि मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय वर्चुअल बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने सोमवार (27 अक्टूबर, 2025) को प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान सहित कृषि और किसान कल्याण की योजनाओं के तहत ये स्वीकृतियां प्रदान की. शिवराज सिंह चौहान ने इन योजनाओं को दी मंजूरी बैठक में चर्चा के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तेलंगाना राज्य में मूंग (ग्रीन ग्राम) की कुल 4,430 मीट्रिक टन (जो राज्य उत्पादन का 25 प्रतिशत है) खरीद मूल्य समर्थन योजना (PSS) के अंतर्गत 38.44 करोड़ रुपये की राशि पर स्वीकृति दी. उड़द (ब्लैक ग्राम) की शत-प्रतिशत खरीद होगी, वहीं सोयाबीन की 25 प्रतिशत खरीद की स्वीकृति दी गई है. इसी प्रकार, ओडिशा राज्य में अरहर (रेड ग्राम) की 18,470 मीट्रिक टन (राज्य उत्पादन का 100 प्रतिशत) खरीद को PSS के तहत 147.76 करोड़ रुपये के बजट के साथ मंजूरी दी है. महाराष्ट्र में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने मूंग (ग्रीन ग्राम) की 33,000 मीट्रिक टन, उड़द (ब्लैक ग्राम) की 3,25,680 मीट्रिक टन और सोयाबीन की 18,50,700 मीट्रिक टन की कुल मात्रा को PSS के अंतर्गत क्रमशः 289.34 करोड़ रुपये, 2540.30 करोड़ रुपये और 9,860.53 करोड़ रुपये की कुल लागत पर मंजूरी दी है. इसके अलावा, मध्य प्रदेश में खरीफ 2025–26 के दौरान सोयाबीन की 22,21,632 मीट्रिक टन की मूल्य अंतर भुगतान योजना (पीडीपीएस) के तहत लागू होगी, जिसके लिए 1,775.53 करोड़ रुपये के वित्तीय प्रभाव की स्वीकृति केंद्रीय मंत्री चौहान ने दी है. आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम- शिवराज सिंह केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि ये मंजूरियां इसलिए दी गई हैं ताकि किसानों को उनकी फसल पर बेहतर लाभ मिल सके और उनकी आय का संरक्षण सुनिश्चित हो. साथ ही किसानों को बाजार के उतार-चढ़ाव से सुरक्षा मिले, जो कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम है. उन्होंने कहा कि किसानों की आय और सम्मान की सुरक्षा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि खरीफ सीजन 2025-26 के लिए इन राज्यों में दलहन और तिलहन की रिकॉर्ड खरीद से अनाज उत्पादन बढ़ेगा, किसानों को सुनिश्चित आय मिलेगी और भारत को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य साकार होगा. केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह भी कहा कि सरकार ने तुअर, उड़द और मसूर की खरीद राज्य उत्पादन के 100 प्रतिशत तक करने की व्यवस्था NAFED व NCCF के माध्यम से की है, जिससे दलहन उत्पादन में आत्मनिर्भरता का रास्ता खुलेगा. चौहान ने कहा कि उपज खरीदी का सीधा लाभ किसानों को ही मिलना चाहिए, इस संबंध में निगरानी रखी जाए. यह भी पढे़ेंः Bihar Election: बिहार के चुनावी मैदान में इस दिन उतरेंगे राहुल गांधी, तेजस्वी यादव संग महागठबंधन रैली से होगा आगाज
केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार (27 अक्टूबर, 2025) को खरीफ सीजन 2025–26 के लिए तेलंगाना, ओडिशा, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में दालों और तिलहनों की खरीदी योजनाओं को मंजूरी दी है. इन राज्यों के लिए स्वीकृत कुल खरीद राशि 15,095.83 करोड़ रुपये है, जिससे संबंधित राज्यों के लाखों किसानों को व्यापक लाभ मिलेगा.
इन राज्यों के कृषि मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय वर्चुअल बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह ने सोमवार (27 अक्टूबर, 2025) को प्रधानमंत्री अन्नदाता आय संरक्षण अभियान सहित कृषि और किसान कल्याण की योजनाओं के तहत ये स्वीकृतियां प्रदान की.
शिवराज सिंह चौहान ने इन योजनाओं को दी मंजूरी
बैठक में चर्चा के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तेलंगाना राज्य में मूंग (ग्रीन ग्राम) की कुल 4,430 मीट्रिक टन (जो राज्य उत्पादन का 25 प्रतिशत है) खरीद मूल्य समर्थन योजना (PSS) के अंतर्गत 38.44 करोड़ रुपये की राशि पर स्वीकृति दी. उड़द (ब्लैक ग्राम) की शत-प्रतिशत खरीद होगी, वहीं सोयाबीन की 25 प्रतिशत खरीद की स्वीकृति दी गई है. इसी प्रकार, ओडिशा राज्य में अरहर (रेड ग्राम) की 18,470 मीट्रिक टन (राज्य उत्पादन का 100 प्रतिशत) खरीद को PSS के तहत 147.76 करोड़ रुपये के बजट के साथ मंजूरी दी है.
महाराष्ट्र में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने मूंग (ग्रीन ग्राम) की 33,000 मीट्रिक टन, उड़द (ब्लैक ग्राम) की 3,25,680 मीट्रिक टन और सोयाबीन की 18,50,700 मीट्रिक टन की कुल मात्रा को PSS के अंतर्गत क्रमशः 289.34 करोड़ रुपये, 2540.30 करोड़ रुपये और 9,860.53 करोड़ रुपये की कुल लागत पर मंजूरी दी है. इसके अलावा, मध्य प्रदेश में खरीफ 2025–26 के दौरान सोयाबीन की 22,21,632 मीट्रिक टन की मूल्य अंतर भुगतान योजना (पीडीपीएस) के तहत लागू होगी, जिसके लिए 1,775.53 करोड़ रुपये के वित्तीय प्रभाव की स्वीकृति केंद्रीय मंत्री चौहान ने दी है.
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम- शिवराज सिंह
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि ये मंजूरियां इसलिए दी गई हैं ताकि किसानों को उनकी फसल पर बेहतर लाभ मिल सके और उनकी आय का संरक्षण सुनिश्चित हो. साथ ही किसानों को बाजार के उतार-चढ़ाव से सुरक्षा मिले, जो कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम है.
उन्होंने कहा कि किसानों की आय और सम्मान की सुरक्षा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. उन्होंने कहा कि खरीफ सीजन 2025-26 के लिए इन राज्यों में दलहन और तिलहन की रिकॉर्ड खरीद से अनाज उत्पादन बढ़ेगा, किसानों को सुनिश्चित आय मिलेगी और भारत को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य साकार होगा.
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह भी कहा कि सरकार ने तुअर, उड़द और मसूर की खरीद राज्य उत्पादन के 100 प्रतिशत तक करने की व्यवस्था NAFED व NCCF के माध्यम से की है, जिससे दलहन उत्पादन में आत्मनिर्भरता का रास्ता खुलेगा. चौहान ने कहा कि उपज खरीदी का सीधा लाभ किसानों को ही मिलना चाहिए, इस संबंध में निगरानी रखी जाए.
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