Mumbai news : मुंबई के मुंबा देवी मंदिर पर कॉरिडोर बनाने पर ब्रेक लगा दिया है,जाने क्या थी इसकी वजह?
इस मंदिर में अब से दर्शन करने के लिए कई सारी परेशानियों भी उठानी पड़ रही है। खासकर के नवरात्र के समय पर भक्तों को कई घंटों तक से बिना पानी के ही रहना पड़ता है। इसके लिए आए दिन मंदिर में प्रबंधन को आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ता है। विदेश से भी बड़ी संख्या में यहां पर दूर ,दूर के दर्शन करने के लिए आते रहते हैं।
मुंबई: मुंबा देवी के मंदिर को अब कॉरिडोर बनाने पर ब्रेक लगा दिया गया है। इस कॉरिडोर बनाने के लिए इस मंदिर के करीब से अब जिस भूखंड का उपयोग ही करने वाले थे, वहां पर अब से पे ऐंड पार्क बनाया भी जा रहा है। हालांकि, इस स्थानीय स्तर पर अब इसका विरोध भी हो रहा है, लेकिन उनकी अब सरकार सुन भी नही रही है और न ही मुंबई के महानगरपालिका भी नही सुन रही है, जबकि अब लोकसभा के चुनाव की घोषणा से ऐन पहले से ही इसी राज्य के सरकार ने 220 करोड़ के रुपये और कॉरिडोर बनाने के लिए मंजूर भी किया हुआ था। इसके अलावा से अभी मुंबई के जिला नियोजन समिति ने 10 करोड़ के रुपये का बजटीय प्रबंधन भी किया हुआ था। बनारस के बाबा विश्वनाथ और मंदिर की तर्ज पर अब दक्षिण मुंबई स्थित मुंबा देवी मंदिर को कॉरिडोर बनाने की मांग भी सालों से की जा रही थी। इस संबंध में अब बीजेपी के नेता राज के पुरोहित ने सरकार को कई बार से यह पत्र भी लिखा।
क्या बीएमसी ने सरकार को दिया था प्लान
एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी पूर्व राज्यपाल और भगत सिंह कोश्यारी के जिले में से पालक मंत्री और राज्य के शिक्षा मंत्री और दीपक केसरकर के केंद्रीय मंत्री राणे जैसे दिग्गज नेताओं ने ही मंदिर परिसर में माता का दर्शन करने के बाद से ही मुंबा देवी मंदिर को कॉरिडोर बनाने का वादा भी किया था। यहां तक कि पालक मंत्री केसरकर ने भी मुंबई जिला के नियोजन की बैठक में ही मंदिर के कायाकल्प और मंदिर के आसपास के अतिक्रमण हटाने का व्यापारियों के पुनर्वास और पार्किंग सुविधा के मुहैया कराने के लिए भी 10 करोड़ के रुपये का बजटीय प्रावधान भी कर लिया। अब मंदिर प्रबंधन समिति से यह प्लान मांगा गया था । बताया यह जाता है कि मुंबा देवी के कॉरिडोर बनाने के लिए अब एक बेहतरीन प्लान बनाकर बीएमसी ने उस सरकार को दे भी दिया है।
क्या हुआ था प्लान
इस योजना के तहत से अब मंदिर के आसपास के चंद दुकानें भी प्रभावित हो रही थी। उनके ही पुनर्वास का खाका भी तैयार किया गया है। इस प्लान के तहत से मंदिर के परिसर के करीब से बीएमसी स्कूल की जगह भी है,जो बंद पड़ी हुई है। उसी जगह पर अब पूर्ण साधन की सुविधा युक्त भवन बनाने की योजना भी हुई थी। उस भवन में पूजा घर और भक्त हॉल, शौचालय और कार पार्किंग भी अब भक्तों के लाइन लगाने की व्यवस्था जैसी अन्य बुनियादी के सुविधाएं भी मुहैया कराने का खाका तैयार किया गया था। लेकिन इसका प्लान अब बीएमसी और सरकार को दी है, उसके चंद दिनों के बाद से ही स्कूल की इस जमीन का आरक्षण बदलकर पे ऐंड पार्क कर दिया गया था। यहीं नहीं बल्कि, रातों ही रात स्कूल का आरक्षण भी बदलकर पे ऐंड पार्क कर दिया गया था। पे एंड पार्क बनाने के लिए भी बीजेपी के करीबी ठेकेदार को ठेका भी दे दिया गया था। बीएमसी के सरकार के इस निर्णय से लोगों ने नाराजगी व्यक्त भी की। लोग शिंदे सेना से यह पूछ रहे हैं कि कहा गया तेरा वादा? लोगों को अब यह लगने लगा है कि मुंबा देवी के कॉरिडोर बनाने का सपना भी पूरा नहीं हो पाएगा।
कठिन है दर्शन करना
इस मंदिर में अब से दर्शन करने के लिए कई सारी परेशानियों भी उठानी पड़ रही है। खासकर के नवरात्र के समय पर भक्तों को कई घंटों तक से बिना पानी के ही रहना पड़ता है। इसके लिए आए दिन मंदिर में प्रबंधन को आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ता है। विदेश से भी बड़ी संख्या में यहां पर दूर ,दूर के दर्शन करने के लिए आते रहते हैं।