Mumbai news :मुंबई में गाडियां की रफ्तार दिन पर दिन धीमी होती जा रही है। इसकी वजह क्या हैं।

कर्नाक पुल को जल्दी से जल्दी बना दिया जाए तो और उसे खोल दिए जाए तो एसवीपी रोड और पी डीमेलो रोड और भिंडी बाजार, वाडी बंदर जंक्शन रोड़ और यूसुफ मेहर अली रोड यह सब रोड़ पर भीड़ कम हो सकती है।

Mumbai news :मुंबई में गाडियां की रफ्तार दिन पर दिन धीमी होती जा रही है। इसकी वजह क्या हैं।

mumbai news : मुंबई का मुख्य एंट्री पॉइंट, जो पी डीमेलो रोड हैं, उस पर ट्रैफिक का दबाव काफी जादा बढ़ गया है। इस कारण दक्षिण मुंबई में गाडियां की रफ्तार दिन पर दिन धीमी होती जा रही है। इस कारण ट्रैफिक जाम का दिन-रात सामना करना पड़ रहा है जिससे उनकी व्यावसायिक गतिविधियां भी प्रभावित हो रही हैं। इस भारी ट्रैफिक जाम के कारण से मुंबई ट्रैफिक पुलिस इस ट्रैफिक पर काम कर रही है इस वजह से 30 दिनों के लिए सभी ट्रैफिक को दूसरे रास्ते पर मोड़ दिया जा रहा है।

 सड़को पर बड़े-बडे़ पेड़ भी हैं बाधक

प्रकाश पाटील ने यह बताया कि अटल सेतु खुलने के बाद से हर दिन 30 हजार गाडियां। पी डीमेलो रोड से मुंबई आ-जा रहे हैं। क्यूंकि, यह सड़क अंग्रेजों के जमाने की सड़क है। इस सड़क की चौड़ाई भी काफी कम है और इसके किनारे पर बड़े-बड़े पेड़ भी हैं जो सड़को पर जगह घेर लेते हैं। इससे यह और भी संकरी हो जाते है। सड़के के किनारे से पार्किंग और इससे जुड़े कोई भी मार्ग हैं, जिससे उसकी चलने की गति पूरी तरह से धीमी हो जाती है। इस कारण से गाडियो को चौड़ी सड़क नहीं मिल पा रहा है। इसलिए काम जगह होने के कारण से ट्रैफिक जाम होने का संभावना हैं 

सरदार वल्लभाई पटेल ने ट्रैफिक जाम को कम करने के लिए वाडी बंदर (एसवीपी) रोड की ओर मोड़ दिया है। इस कारण से अगले 30 दिनों के लिए पी डीमेलो रोड पर गाड़ियों की भीड़ को कम करने के लिए जगह-जगह पर डायवर्जन बनाए गए हैं। इन रास्ते के जरिए से मुंबई में आने वाले गाड़ियों को पीडीमेलो रोड से पहले ही दूसरे रोड़ पर कर दिया जाता है। लेकिन, प्रयोग सफल रहा तो आने वाले दिनों में लोगों को ट्रैफिक जाम से छुटकारा मील सकता है।

ट्रैफिक जाम से मिलेगा छुटकारा 

 कर्नाक पुल को जल्दी से जल्दी बना दिया जाए तो और उसे खोल दिए जाए तो एसवीपी रोड और पी डीमेलो रोड और भिंडी बाजार, वाडी बंदर जंक्शन रोड़ और यूसुफ मेहर अली रोड यह सब रोड़ पर भीड़ कम हो सकती है। और लोगों को ट्रैफिक जाम से छुटकारा भी मिल सकता है। लेकिन तो इस पुल को खुलने में अभी दो से तीन साल लगने वाले है।