2000 रुपये में बन रहे थे आधार कार्ड, क्राइम ब्रांच ने 3 को दबोचा
फर्जी दस्तावेज पर आधार कार्ड बनाने का मामला सामने आ रहा है। डीसीपी राज तिलक रौशन ने गुरुवार को कहा कि हमने तीन आरोपियों को पकड़ा है मेहफूज खान, रेहान खान और अमन पांडेय को गिरफ्तार किया है।क्राइम ब्रांच की यूनिट-6 ने गोवंडी में से दो आधार कार्ड सेंटर पर रेड डाली। मेहफूज और अमन ये दोनों ही आधार सेंटर के मालिक थे।
Neha pal | love you mumbai
मुंबई: फर्जी दस्तावेज पर आधार कार्ड बनाने का मामला सामने आ रहा है। डीसीपी राज तिलक रौशन ने गुरुवार को कहा कि हमने तीन आरोपियों को पकड़ा है मेहफूज खान, रेहान खान और अमन पांडेय को गिरफ्तार किया है।क्राइम ब्रांच की यूनिट-6 ने गोवंडी में से दो आधार कार्ड सेंटर पर रेड डाली। मेहफूज और अमन ये दोनों ही आधार सेंटर के मालिक थे।
ये दोनों ही सेंटर पर रोज 30 से 40 आधार कार्ड बनाटे थे। यह दोनों आधार सेंटर का काम सरकार की परमिशन लेकर ही चल रहे थे। क्राइम ब्रांच को शक है कि इनमें से करीब 40 प्रतिशत आधार कार्ड फर्जी दस्तावेज पर बने गए हैं। पिछले कुछ महीनों में यहां करीब 4000 आधार कार्ड बने है । इस्लिए क्राइम ब्रांच को शक है की ये दोनों ही आधार सेंटर से मोबाइल लैपटॉप, प्रिंटर जब्त किए गए हैं।
फर्जी दस्तावेज के एवज से लेते थे इतना सारा पैसा
सीनियर इंस्पेक्टर रवींद्र सालुंखे ने बताया यह कि गिरफ्तार आरोपीयो ने आधार कार्ड के लिए जरूरी बर्थ सर्टिफिकेट, एफिडेविट और बिजली के बिल ये सब फर्जी बनाते थे। फिर इन्हें सिस्टम में स्कैन कर के फर्जी दस्तावेज पर आधार कार्ड बनाया करते थे। इसके लिए आरोपी 1400 से 2000 रुपये भी लेते थे।
पुलिस जब्त लैपटॉप्स से सारी डिटेल निकाल रही थी
क्राइम ब्रांच जब्त लैपटॉप्स से सारी डिटेल निकाल रही है। जिन वकीलों के जरिए एफिडेविट बनाये गए, थे। उनसे भी पूछताछ कराए जाएंगे। जिस महानगरपालिका या नगरपालिका के बर्थ सर्टिफिकेट हैं, वहां जाकर इन सभी को वेरिफाई किया जाएगा।
पुलिस ने ऐसे दबोचा ये लोग को
ऑरिजनल डाक्यूमेंट्स न होने की मजबूरी बताई।क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी के अनुसार, हमने इस रैकेट का भंडाफोड़ करने के लिए दोनों ही आधार सेंटर में डमी लोग भेजे है | सामने वाले की तरफ से जब बोला गया कि हम डॉक्यूमेंट्स बना देंगे और उसके लिए जादा पैसे लगेंगे, तब क्राइम ब्रांच ने आरोपियों को गिरफ्त में ले लिया।