मोदी कैबिनेट में होंगे अब उद्धव ठाकरे: MLA का यह बड़ा दावा, 15 दिन के बाद करेंगे शपथ'

उन्होंने यह भी कहा है कि नवनीत राणा फिर से सांसद बनेंगी क्योंकि इस समाज के सभी वर्गों ने उन्हें बड़ी संख्या में वोट दिया गया है। राणा का मुकाबला कांग्रेस के विधायक बलवंत वानखेड़े और प्रहार जनशक्ति पार्टी के दिनेश बूब से हुआ था। तब राणा दंपती ने अप्रैल 2022 में ही हनुमान चालीसा के पाठ को लेकर ही एमवीए सरकार पर निशाना भी साधा था,

मोदी कैबिनेट में होंगे अब उद्धव ठाकरे: MLA का यह बड़ा दावा, 15 दिन के बाद करेंगे शपथ'
रव‍ि राणा ने दावा‍ किया क‍ि चुनाव नतीजों के 15 दिन बाद उद्धव मोदी सरकार में शामिल होंगे।

मुंबई। रवि राणा ने दावा यह किया है कि शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को मंगलवार के दिन को लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के अभी 15 दिन के बाद मोदी सरकार में शामिल भी होंगे।

अब रवि राणा की पत्नी नवनीत राणा ने ही इस बार सत्तारूढ़ और भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर भी इस सीट से लोकसभा का चुनाव भी लड़ा था। तब 2019 में नवनीत राणा ने ही अमरावती से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लोकसभा का चुनाव जीता हुआ था।

उद्धव ठाकरे यह जानते हैं': रव‍ि राणा

अमरावती जिले के विधायक ने रविवार को यहां पत्रकारों से यह बात करते हुए कहा है कि वह जानते हैं कि उद्धव ठाकरे और शिवसेना के (यूबीटी) नेता संजय राउत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में ही किस तरह से बोलते रहते हैं। तब रवि राणा ने यह दावा किया है की, युवा के स्वाभिमान पार्टी के विधायक ने यह कहा कि राज्य में विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के नेताओं को भी बीपी की दवाइयां और डॉक्टर को भी आपने साथ में ही रखने चाहिए, क्योंकि 4 जून को मतगणना के दिन पर उनमें से कई भी बीमार पड़ सकते हैं।

एमवीए के शिवसेना (यूबीटी), कांग्रेस और शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी शामिल हैं। तब विधायक ने यह विश्वास जताया कि उनकी पत्नी नवनीत राणा को अमरावती लोकसभा सीट से दो लाख से अधिक मतों के अंतर से जीत हासिल भी करेंगी।

उन्होंने यह भी कहा है कि नवनीत राणा फिर से सांसद बनेंगी क्योंकि इस समाज के सभी वर्गों ने उन्हें बड़ी संख्या में वोट दिया गया है। राणा का मुकाबला कांग्रेस के विधायक बलवंत वानखेड़े और प्रहार जनशक्ति पार्टी के दिनेश बूब से हुआ था। तब राणा दंपती ने अप्रैल 2022 में ही हनुमान चालीसा के पाठ को लेकर ही एमवीए सरकार पर निशाना भी साधा था, जब उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री भी थे।