Maharashtra Politics: उद्धव और राज ठाकरे अलग-अलग या साथ? शिवसेना UBT चीफ ने किया बड़ा ऐलान

शिवसेना यूबीटी के चीफ और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे के साथ रिश्तों पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कई लोगों के मन में यह सवाल आया है कि क्या उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे साथ आएंगे. जहां मराठी का गला घोंटा जाएगा, जहां मातृभाषा का मुद्दा उठेगा, हम सब कुछ भूलकर साथ आ जाएंगे. उन्होंने कहा कि अगर मुंबई किसी व्यापारी के पास जाना चाहे, तो हम किसी को नहीं छोड़ेंगे.  मुख्यमंत्री दसवें नंबर पर- उद्धव उन्होंने कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री था, तो कोविड काल में किए गए कामों की बदौलत मैं देश का नंबर एक मुख्यमंत्री बन गया था. लेकिन अब मुख्यमंत्री के कामों की सूची जारी हो गई है. योगी आदित्यनाथ पहले नंबर पर हैं. जबकि हमारे मुख्यमंत्री दसवें नंबर पर हैं. ठाकरे ने कहा कि भाजपा ने अपना कमल खिलाने के लिए हर जगह कीचड़ फैलाया, उन्होंने कानूनों का दुरुपयोग किया और कई लोगों को जेल में डाल दिया. सोनम वांगचुक, जो एक देशभक्त हैं, एक सम्मेलन के लिए पाकिस्तान गए और उन्हें देशद्रोही घोषित कर दिया गया. तो फिर मोदी कौन हैं जो चुपके से पाकिस्तान गए और नवाज शरीफ के जन्मदिन का केक खाया? उद्धव ठाकरे ने यह सवाल पूछा. 'अगर बालासाहेब होते तो हमारी पीठ थपथपाते', दशहरा रैली में एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे को भी घेरा अब गए मणिपुर... उन्होंने कहा कि पिछले तीन सालों से मणिपुर जल रहा है. लेकिन अब प्रधानमंत्री मोदी वहां गए हैं. सोचा था कि वह मणिपुर जाएँगे और दंगा प्रभावित इलाकों के नागरिकों को आश्वस्त करेंगे. लेकिन वह उन लोगों से नहीं मिले. उन्होंने कहा कि मणि मणिपुर के नाम का रत्न हैं, लेकिन उन्हें वहाँ के लोगों की आँखों में आँसू नहीं दिखते. ठाकरे ने कहा कि जब इस राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री विपक्ष में थे, तब उन्होंने सूखा घोषित करने की बात कही थी. आज, वे कहते हैं कि सूखा जैसी कोई चीज़ होती ही नहीं है. सरकार को बिना कोई मानदंड लगाए 50,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की घोषणा करनी चाहिए. हमारी सरकार के दौरान कर्ज़ माफ़ी हुई थी.

Maharashtra Politics: उद्धव और राज ठाकरे अलग-अलग या साथ? शिवसेना UBT चीफ ने किया बड़ा ऐलान

शिवसेना यूबीटी के चीफ और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे के साथ रिश्तों पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि कई लोगों के मन में यह सवाल आया है कि क्या उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे साथ आएंगे. जहां मराठी का गला घोंटा जाएगा, जहां मातृभाषा का मुद्दा उठेगा, हम सब कुछ भूलकर साथ आ जाएंगे. उन्होंने कहा कि अगर मुंबई किसी व्यापारी के पास जाना चाहे, तो हम किसी को नहीं छोड़ेंगे.

 मुख्यमंत्री दसवें नंबर पर- उद्धव

उन्होंने कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री था, तो कोविड काल में किए गए कामों की बदौलत मैं देश का नंबर एक मुख्यमंत्री बन गया था. लेकिन अब मुख्यमंत्री के कामों की सूची जारी हो गई है. योगी आदित्यनाथ पहले नंबर पर हैं. जबकि हमारे मुख्यमंत्री दसवें नंबर पर हैं.

ठाकरे ने कहा कि भाजपा ने अपना कमल खिलाने के लिए हर जगह कीचड़ फैलाया, उन्होंने कानूनों का दुरुपयोग किया और कई लोगों को जेल में डाल दिया. सोनम वांगचुक, जो एक देशभक्त हैं, एक सम्मेलन के लिए पाकिस्तान गए और उन्हें देशद्रोही घोषित कर दिया गया. तो फिर मोदी कौन हैं जो चुपके से पाकिस्तान गए और नवाज शरीफ के जन्मदिन का केक खाया? उद्धव ठाकरे ने यह सवाल पूछा.

'अगर बालासाहेब होते तो हमारी पीठ थपथपाते', दशहरा रैली में एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे को भी घेरा

अब गए मणिपुर...

उन्होंने कहा कि पिछले तीन सालों से मणिपुर जल रहा है. लेकिन अब प्रधानमंत्री मोदी वहां गए हैं. सोचा था कि वह मणिपुर जाएँगे और दंगा प्रभावित इलाकों के नागरिकों को आश्वस्त करेंगे. लेकिन वह उन लोगों से नहीं मिले. उन्होंने कहा कि मणि मणिपुर के नाम का रत्न हैं, लेकिन उन्हें वहाँ के लोगों की आँखों में आँसू नहीं दिखते.

ठाकरे ने कहा कि जब इस राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री विपक्ष में थे, तब उन्होंने सूखा घोषित करने की बात कही थी. आज, वे कहते हैं कि सूखा जैसी कोई चीज़ होती ही नहीं है. सरकार को बिना कोई मानदंड लगाए 50,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की घोषणा करनी चाहिए. हमारी सरकार के दौरान कर्ज़ माफ़ी हुई थी.