मुंबई के इस प्रसिद्ध जगह पर लगी बैन, लेकिन सरकार द्वारा दिख रही है राहत की उम्मीद !
मुंबई के कबूतरखानों ने अपनी एक अलग ही जगह बना रखी है यही नहीं इस समय कबूरतरख़ाना काफ़ी सुर्खियों में भी है . आपकों बता दें कि बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश दौरान बीएमसी (BMC) ने कई कबूतरखानों को तिरपाल से ढंककर बंद कर दिया था.

Mumbai : मुंबई के कबूतरखानों ने अपनी एक अलग ही जगह बना रखी है यही नहीं इस समय कबूरतरख़ाना काफ़ी सुर्खियों में भी है . आपकों बता दें कि बॉम्बे हाईकोर्ट के आदेश दौरान बीएमसी (BMC) ने कई कबूतरखानों को तिरपाल से ढंककर बंद कर दिया था.
मुंबई के दादर में प्रसिद्ध कबूतरखाना जब बीएमसी द्वारा बंद किया गया तो जैन और हिंदू समुदाय वासियों ने इस रोक पर नाराज़गी जताते हुए विरोध प्रदर्शन भी किए. सरकार द्वारा अब कबूरतरख़ाना को लेकर पूरे मामले में राहत की खबर सामने आई है.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मुद्दे को गंभीरता से लेते हुए मंगलवार को एक अहम बैठक बिठाई. और इस बैठक में मंत्री मंगलप्रभात लोढ़ा , उपमुख्यमंत्री अजित पवार, गिरीश महाजन और वन मंत्री गणेश नाइक भी शामिल थे. बैठक के दौरान फडणवीस ने साफ कहा कि कबूतरखानों को अचानक बंद करना सही तरीका नहीं है. यही नहीं उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि अगर कबूतरों से स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें हो रही हैं तो उस पर वैज्ञानिक रूप से रिसर्च होना चाहिए, न कि सीधे रोक लगा देनी चाहिए .
कबूतरों को दाना डालने को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि एक सही समय तय की जाए , ताकि कोई अव्यवस्था न हो और नागरिकों को परेशानी भी न हो. साथ ही उन्होंने बीएमसी और राज्य सरकार को निर्देश दिया कि वे हाईकोर्ट में कबूतरखानों के पक्ष में मजबूती से अपनी बात रखें. और वक्त आने पर यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक ले जाया जाएगा.
दूसरी तरफ़ बीजेपी के विधायक मंगलप्रभात लोढ़ा ने भी कबूतरों को लेकर कहा कि सरकार कबूतरखाने बंद करने के खिलाफ है. और जो कबूतरखाने तात्कालिक रूप से बंद किए गए हैं, उन्हें फिर से खोला जाएगा. वहीं दाना डालने की प्रक्रिया को "नियंत्रित फीडिंग" के तहत किया जाएगा, जिससे न गंदगी फैलेगी और न ही नागरिकों को किसी प्रकार की तकलीफ होगी .
बताया जा रहा है कि टाटा कंपनी द्वारा गंदगी और बदबू की समस्या को देखते हुए एक खास मशीन कि तैयारी की गई है जिससे अब कबूतरखानों की सफाई की जाएगी. यही नहीं इस पूरे सिस्टम की निगरानी के लिए एक विशेष समिति भी बनाई जाएगी.
आपको जानकारी देदे कि मुंबई में कुल 51 कबूतरखाने हैं. और हमेशा ही लोग वहाँ जाना आना पसंद करते है पिक्चर्स क्लिक करते है , और कबूतरों को दाना भी डालते है. इसी सबसे लोगों को देखते हुए सरकार द्वारा कबूतर खाना खोल देने कि अपील की गई और उनका कहना है कि उम्मीद बस यही की जा रही है कि धार्मिक भावनाओं का भी सम्मान बना रहेगा और सफाई व्यवस्था भी बेहतर होगी.