Raj Thakare News in Hindi : उत्तर भारतीयों को पीटने वाले क्यों बने BJP के लाडले?

Raj Thakare News in Hindi : उत्तर भारतीयों के साथ में मारपीट करने वाली मनसे के साथ मे बीजेपी चुनावी का गठबंधन करने जा रही है, जिसकी मुंबई से लेकर, दिल्ली और लखनऊ, उत्तर प्रदेश और बिहार में चर्चाए है।

Raj Thakare News in Hindi  :  उत्तर भारतीयों को पीटने वाले क्यों बने BJP के लाडले?
Raj Thakare News in Hindi

Raj Thakare News in Hindi : मुंबई : बीजेपी के कई सारे कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने उत्तर भारतीयों की खुलेआम पिटाई भी की थी। इनमें से प्रवीण दरेकर और राम कदम के नाम खास तौर पर लिए गए हैं, जो कभी मनसे में थे। आज दरेकर उप मुख्यमंत्री और देवेंद्र फडणवीस के खास हैं। इसलिए, फडणवीस को उत्तर भारतीयों का हितैषी माना गया है, लेकिन दरेकर जैसे अन्य नेता और उत्तरभारतीय, और 

हिंदीभाषी विरोधी रहे हैं। बीजेपी के चुनाव समिति में महत्वपूर्ण भूमिका भी निभा रहे ऐडवोकेट अखिलेश चौबे कभी राज ठाकरे के वकील भी हुआ करते थे। मनसे में रहते हुए अवधूत वाघ ने भी उत्तर भारतीयों के खिलाफ से खूब बोला था। अब आज वह बीजेपी प्रवक्ता हैं, यानी की जिन्होंने मनसे में रहते हुए उत्तर भारतीयों और राजस्थानियों के साथ मारपीट भी की थी, जिससे वो आज बीजेपी के लाडले बन गए हैं।

उत्तर भारतीयों के साथ में मारपीट करने वाली मनसे के साथ मे बीजेपी चुनावी का गठबंधन करने जा रही है, जिसकी मुंबई से लेकर, दिल्ली और लखनऊ, उत्तर प्रदेश और बिहार में चर्चाए है। सवाल यह उठाए जा रहे हैं कि उत्तर भारतीय किस मुंह से बीजेपी-मनसे के गठबंधन को अब स्वीकार करेगा?

Raj Thakare News in Hindi : उत्तर भारतीय हुए समझौते से नाराज 

मनसे और पदाधिकारियों से मार खाने वाले उत्तर भारतीय ओर बीजेपी के इस समझौते से बेहद ही खफा हैं। मनसे ने विधायक चुने जाने पर दरेकर और कदम ने हिंदी में शपथ लेने के कारण से विधानसभा में विधायक और अबू आजमी के साथ मारपीट की थी। इसके अलावा अब दरेकर का नाम यूपी और बिहार राजस्थान से आए हुए छात्रों के साथ मारपीट में भी शामिल था। ये छात्र मुंबई में रेलवे बोर्ड का परीक्षा देने आए हुए थे। इसके अलावा, ऐसी अनगिनत घटनाएं भी हैं।

 बर्फ का कारोबार करने वाले सुभाष यादव ने मनसे के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों पर कार्रवाई करने के लिए उसने दो साल तक पैर में चप्पल भी नहीं पहनी थी। उसने यह प्रण कर लिया था कि जब तक से उत्तर भारतीयों की पिटाई करने वालों पर कार्रवाई अब नहीं की जाती, तब तक का वो नंगे पैर चलेगा। सुभाष की हठ और सक्रियता के चलते पुलिस को अब झुकना पड़ा और 8 से 10 मनसे के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों पर भी कार्रवाई हुई। यादव यह बताते हैं कि मैं कभी इसका समर्थ ही नहीं करूंगा कि बीजेपी अपने ही कुनबे में मनसे को शामिल करे। उस वक्त से उनके जैसे हजारों उत्तर भारतीयों ने मनसे का आतंक भी देखा है। उनकी बर्फ की गाड़ी भी तोड़ा और मनसे वाले भी धमकाते थे। अगर आज बीजेपी के साथ में मनसे आ जाएगी, तो उन्हें कैसे में वोट दे सकता हूं। आखिर हमारा भी तो कोई मान समान है।