CJI बीआर गवई पर हमले की कोशिश पर बोलीं सुप्रिया सुले, 'ये निश्चित रूप से...'
सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को सीजेआई बीआर गवई के सामने एक वकील ने नारेबाजी की. साथ ही जूता निकालने का भी प्रयास किया. इसके बाद सुरक्षा को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. वहीं अब इस पर नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आ रही है. घटना पर शरद पवार गुट की सांसद सुप्रिया सुले ने चिंता जताई है. सुप्रिया सुले ने कहा, "देश के मुख्य न्यायाधीश पर न्यायालय में ही हमले का प्रयास होना निश्चित रूप से अत्यंत स्तब्धकारी और चिंताजनक है. यह किसी न किसी रूप में न्यायपालिका पर दबाव बनाने का प्रयास है. यह निश्चित रूप से स्वस्थ लोकतंत्र के हित में नहीं है." देशाच्या सरन्यायाधीशांवर कोर्टातच हल्ला करण्याचा प्रयत्न झाला ही निश्चितच अतिशय धक्कादायक आणि तेवढीच चिंतेची बाब आहे. न्यायासनावर येनकेनप्रकारे दबाव आणण्याचा हा प्रयत्न आहे. हे सुदृढ लोकशाहीच्या दृष्टीने निश्चितच हितावह नाही. माझी केंद्र शासनाला विनंती आहे, की न्यायमूर्तींचा अशा… — Supriya Sule (@supriya_sule) October 6, 2025 उन्होंने आगे कहा, "मैं केंद्र सरकार से अनुरोध करता हूं कि न्यायाधीशों का इस प्रकार अपमान करने वाले व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, और न्यायपालिका का सम्मान बनाए रखने के लिए उचित कदम उठाए जांए."

सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को सीजेआई बीआर गवई के सामने एक वकील ने नारेबाजी की. साथ ही जूता निकालने का भी प्रयास किया. इसके बाद सुरक्षा को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. वहीं अब इस पर नेताओं की प्रतिक्रिया सामने आ रही है. घटना पर शरद पवार गुट की सांसद सुप्रिया सुले ने चिंता जताई है.
सुप्रिया सुले ने कहा, "देश के मुख्य न्यायाधीश पर न्यायालय में ही हमले का प्रयास होना निश्चित रूप से अत्यंत स्तब्धकारी और चिंताजनक है. यह किसी न किसी रूप में न्यायपालिका पर दबाव बनाने का प्रयास है. यह निश्चित रूप से स्वस्थ लोकतंत्र के हित में नहीं है."
देशाच्या सरन्यायाधीशांवर कोर्टातच हल्ला करण्याचा प्रयत्न झाला ही निश्चितच अतिशय धक्कादायक आणि तेवढीच चिंतेची बाब आहे. न्यायासनावर येनकेनप्रकारे दबाव आणण्याचा हा प्रयत्न आहे. हे सुदृढ लोकशाहीच्या दृष्टीने निश्चितच हितावह नाही. माझी केंद्र शासनाला विनंती आहे, की न्यायमूर्तींचा अशा… — Supriya Sule (@supriya_sule) October 6, 2025
उन्होंने आगे कहा, "मैं केंद्र सरकार से अनुरोध करता हूं कि न्यायाधीशों का इस प्रकार अपमान करने वाले व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, और न्यायपालिका का सम्मान बनाए रखने के लिए उचित कदम उठाए जांए."