Monorail Mumbai News : अप्रैल से मिलेगा मोनो रेल से यात्रियों को राहत, जानें कब पहुंचेगी मोनो रेल मुंबई ?

Monorail Mumbai News : लेकिन यात्रियों का अच्छा प्रतिसाद नहीं मिलने के कारण से मुंबई महानगर प्रदेश विकास और प्राधिकरण (एमएमआरडीए) को मोनो रेल के वजह से अब तक का करीब 500 करोड़ के रुपये का घाटा हो चुका है।

Monorail Mumbai News  : अप्रैल से मिलेगा मोनो रेल से यात्रियों को राहत, जानें कब पहुंचेगी मोनो रेल मुंबई ?
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Monorail Mumbai News : मुंबई: अप्रैल से मिलेगा मोनो रेल से यात्रियों को राहत ओर मोनो रेल से सफर करने वाले यात्रियों का इंतजार का समय काम होने वाला है। अब पिक आवर्स के दौरान से अब 15 मिनट के बजाए करीब 10-12 मिनट में ही मोनो रेल की सेवा शुरू होगी। मोनो रेल की सेवा बढ़ाई जा रही है और लोगों को जादा सुविधा भी मिलेगा। अब बता दें कि मेक इन इंडिया मुहिम के तहत से अब हैदराबाद के मोनो की एक रेक का निर्माण कार्य भी पूरा कर लिया है। अब नई रेक मार्च के अंतिम सप्ताह तक की या अप्रैल के पहले सप्ताह तक कि मुंबई पहुंच भी सकती है। और मोनो रेल की सेवा भी 2014 में शुरू हुई थी। और यात्रियों को प्लेटफॉर्म पर लंबा समय तक इंतजार करना पड़ता था। कम फ्रीक्वेंसी होने से अब मोनो को उम्मीद से कम प्रतिसाद भी मिल रहा है।

लेकिन यात्रियों का अच्छा प्रतिसाद नहीं मिलने के कारण से मुंबई महानगर प्रदेश विकास और प्राधिकरण (एमएमआरडीए) को मोनो रेल के वजह से अब तक का करीब 500 करोड़ के रुपये का घाटा हो चुका है।

 लेकिन क्यों लिया गया रेक बढ़ाने का फैसला?

इसलिए अब मोनो को आर्थिक घाटे से उबारने के लिए और यात्रियों को आकर्षित करने के साथ ही साथ इसकी फ्रीक्वेंसी भी बढ़ाने के लिए अब एमएमआरडीए ने भी 10 नई रेक का ऑर्डर भी दिया गया हैं। और 10 रेक में से अब एक रेक आगामी कुछ दिनों में मुंबई भी पहुंच जाएगी।

Monorail Mumbai News : 16000 यात्री करते हैं सफर रोजाना

मोनो रेल पहले से ही घाटे में चल रही है। अब उसको उबारने के लिए एमएमआरडीए ने नई रेक का इस्तेमाल केवल पिक आवर्स के दौरान ही करने का निर्णय किया गया है। अब मोनो के रोजाना करीब अब 16 हजार के यात्री सफर कर रहे हैं, लेकिन अब जिसमें से अधिकांश यात्री पिक आवर्स के दौरान से सफर कर रहे हैं। अब चेंबूर से संत गाडगे और महाराज चौक (सात रास्ता) के बीच से मोनो रेल का संचालन भी होता है। और 20 किमी. मार्ग पर रोजाना ही करीब 142 फेरी का संचालन भी होता है। इसलिए अब नई रेक के आ जाने से मोनो रेल की फ्रीक्वेंसी भी बढ़ाई जा सकती है। और यात्रियों को भी अच्छा प्रतिसाद भी मिलेगा।